:- Stock Market मे आए दिन होता है की हम कंपनी के Shares Buy करते है ओर उसकी Price बडने की बजाय घटने लगती है ओर अगर हमारे Shares की Price थोडी ओर घट जाए तो हम उसकी Price के ओर ज्यादा घटने के डर से उसे Sell कर देते है ओर इस तरह अक्सर हमे अपने अच्छे Shares पर भी Loss होता रहता है । पर अगर हम अपनी अच्छी कंपनी के Shares को Price कम होने पर Sell करने की बजाय उनकी Averaging करे तो हम इस तरह के Losses से बहोत हद तक बच सकते है । 

:- इस लिए आज हम जानेगे की Averaging क्या होती है ? ये कैसे काम करती है ? ओर हमे कब Averaging करना चाहिए ?


              What is Averaging

:- अगर हमारे Buy किए हुए Shares की Price कम हो जाए तो हम उन्हे कम हुए Price पर फिर से Buy कर सकते है । जिससे हमारी Average Buying Price कम हो जाएगी ओर इसी Process को Stock Market मे Averaging कहाँ जाता है ।

EXAMPLE :- 
                       मानलेते है की हमने AB LTD के 100Shares 1000Rs की Price पर Buy किया हुआ है । इस तरहा हमारी Investment की Value है =100 × 1000 = 100000Rs । अब अगर AB LTD की Share की Price 1000Rs से कम होकर 900Rs हो जाए तो हमे AB LTD के हर Share पर 100Rs का Loss होने लगेगा ओर हमारे पास Total 100 Shares है । इसलिए हमे Total 100 × 100 = 10000Rs का Loss Show होने लगेगा पर ये समझने वाली बात है की ये Loss सिर्फ हमे दिख रहा है । असल मे हुआ नही है ओर जब तक हम अपने सारे Shares को 900Rs के Price पर Sell नही कर देते । हमे ये 10000Rs का Loss Real मे नही हो सकता । 

:- अब जब Shares की Price 1000Rs से 900Rs आगइ है तो हम तिन चिजे कर सकते है ।

1 . पहला या तो हमे इस डर से AB LTD के Shares को Sell करदे की कही इसकी Price ओर कम ना हो जाए । 

2 . दुसरा यातो हम अपने Buy Design पर भरोसा रखे ओर Price के कम होने को Ignore करे । 

3 . तिसरा हम Price के कम होने को एक Opportunity माने ओर AB LTD के ओर Share Buy करे । क्योकी AB LTD के Shares अब हमे पहले से सस्ते दाम पर मिल रहे है । 

:- मानलेते है की हमने AB LTD के Shares को 900Rs आने पर फिरसे Buy करने का Design लिया ओर हमने 900Rs के Price पर AB LTD के 80 Shares Buy कर लिए । इससे अब हमारे पास AB LTD के Total 180 Shares हो जाएगे । जिनकी Average Buying Price पहले से कम हो जाएगी ओर Average Buying Price हम Weighted Average Method से Calculate करते है । Shares की Average Buying Price निकालने के लिए हम इस Formula का USE करेगे :- 

P1Q1 + P2Q2 ÷ Total Numbers of Shares |

P1 :- यहाँ पर P1 का मतलब है हमारी पहली Price जिस पर हमने AB LTD के Shares पहली बार Buy किया था । यानी 1000Rs ।

Q1 :- Q1 का मतलब है हमारी पहली Quantity यानी Number of Shares जो हमने P1 Price पर Buy किया था यानी 100 Shares।

P2 :- P2 का मतलब है हमारी दुसरी Price जिस पर हमने AB LTD के Shares को दुबारा Buy किया है यानी की 900Rs ।

Q2 :- Q2 का मतलब है हमारी दुसरी Quantity यानी Number of Shares जो हमने दुसरा P2 Price पर Buy किया है यानी 80 Share ।

:- Total Number of Share मतलब हमने कंपनी के Total कितने Shares Buy किए है ।

इस तरह हमारे AB LTD के Total 180 Shares की Average Buying Price हो जाएगी । = 1000 × 100 + 900 × 80 ÷ 180 यानी की = 955.56Rs । 

:- इसका मतलब ये हुआ की अब हमारे पास AB LTD के Total 180 Shares है । जिन्हे हमने 955.56Rs के Price पर Buy किया है ओर AB LTD के Shares की Price जैसे ही 955.56Rs से ऊपर जाएगी तो हमे Profit होने लगेगा । 

:- इस तरह हम किसी भी कंपनी के Share Price के कम होने पर उसके ओर Shares Buy करके अपने Buying Price को कम कर सकते है ओर जब Shares की Price फिर से ऊपर आएगी तो हमे पहले से कम Price पर ही Profit होने लगेगा लेकिन हम Averaging किसी भी कंपनी मे आँख बंद करके नही कर सकते क्योकी अगर Shares की Price ऊपर आने की बजाय निचे ही जाती गई तो हमे बहोत बडा Loss हो सकता है ।



 When Should We Do Averaging ?


:- Averaging की Basic Thory ये है की कंपनीयो के Share Price सिर्फ एक Direction मे नही जाते Share Prices कभी बडते है तो कभी घटते है ओर जब किसी भी कंपनी के Share Price घटती है तो Investors के लिए उस कंपनी के Shares को कम Price पर Buy करने का एक मोका होता है ओर अगर हमने पहले से कंपनी के Shares Buy कर रखे है जो एक अच्छी ओर Growing कंपनी है तो उसकी Share Price कम होने पर हम उन्हे पहले से सस्ते Price पर Buy कर सकते है ओर अपनी Average Buying Price को कम कर सकते है । 

:- लेकिन ऐसा अक्सर होता है की कुछ कंपनीयो के Share Price कम तो होते है पर वो ओर कम होती चली जाती है फिर यातो उसे ऊपर आने मे सालो लग जाते है या Share Price फिर कभी ऊपर आती ही नही है ओर अगर हमने गलती से भी ऐसी कंपनीयो मे Averaging किया तो हमारे पैसे बहोत बुरी तरह फस सकते है । इस बजह से हमे किसी भी कंपनी के Shares मे Averaging करने से पहले दो बातो का ध्यान जरुर रखना चाहिए ताकि हम गलत कंपनीयो मे Averaging करने से बच सके । 
   
:- 2 Things to Consider 

1 . हमे सिर्फ अच्छी ओर Financially Strong कंपनीयो मे ही Averaging करनी चाहिए । यानी की वैसी कंपनीयो जो बहोत बडी कंपनी हो या लम्बे समय से Profitable हो ओर जिनका Debt to Equity Ratio 1 से कम का हो । क्योकी अगर कंपनी अच्छी ओर Financially Strong नही होगी तो हो सकता है की Temporary Problem आने पर ही वो बहोत मुसकिल मे आ जाए ओर उसके Business पर बहोत बुरा Effect पडे ओर उसकी Share Price इतनी कम हो जाए की उसके फिर से पहले के Lable तक आने की Possibility ही बहोत कम होती है । 

2 . जब भी हमारे Buy किए किसी कंपनी के Share की Price कम होने लगे तो हमे ये जानने की कोसिस करनी चाहिए की ऐसा क्यो हो रहा है ओर इसके लिए हमे कंपनी के बारे मे Research करनी चाहिए उसके Quarterly Result को देखना चाहिए पर अक्सर ऐसा होता है की जब एक कंपनी की Quarterly Earning उमिद से कम होती है । तो Investors उसके Shares Sell करने लगते है ओर इस बजह से उसकी Price कम हो जाती है । फिर जब अगले Quarter कंपनी अच्छा Result देती है तो Investors उसके Shares Buy करते है ओर कंपनी के Share Price फिर से बड जाती है । इस लिए हमे ये समझना चाहिए की कंपनी की Share Price निचे जाने का कारण Temporary / Permanent तो नही है ? जैसे कइ कंपनी के Business मे Serious Problems तो नही आइ या कंपनी अब Grow नही कर पा रही है या कंपनी किसी Legal Issue मे Involved तो नही है या कंपनी के Promoter अब Business Grow करने के लिए कदम नही उटा रहे है । अगर इन सब बातो मे कोई भी बात सही है तो फिर कंपनी के Share Price का Long Term मे बडना बहोत मुसकिल है । 

:- इस तरह अगर हमारे Analysis से हमे लगे की कंपनी किसी भी Permanent Problem मे नही फस सकती है ओर कंपनी अब भी उतनी Strong ओर Growing है जितनी वो पहली बार Buy करते समय थी तो हमे Averaging करनी चाहिए क्योकी Averaging का फाइदा हमे तभी मिलेगा जब कंपनीयो के Share Price Long Term मे बडती जाए ओर ये तभी होगा । जब कंपनी साल दर साल Growth मे अपना Profit बडाती जाए । इस तरह Averaging एक Uesfull Strategy है जिससे हम अपने Shares की Average Buying Price को कम कर सकते है पर साथ ही ये ध्यान रखना बेहद जरुरी है की Averaging से सबसे ज्यादा फाइदा हमे Profitable or Growing कंपनीयो मे ही मिल सकता है ।

:- हमने Averaging के जिस Method को समझा उसे Technicaly Averaging Down Method कहाँ जाता है । क्योकी हम इससे Averaging तब करते है । जब Share की Price Down जा रही होती है पर कइ बार Investors एक कंपनी के कुछ Shares Buy करते है फिर जब उसकी Price बडने लगती है तो कंपनी के उपर उनका Confidition ओर बड जाता है ओर Investors उस कंपनी के ओर Shares Buy करते जाते है । इस Strategy को Technicaly Averaging Up कहाँ जाता है । क्योकी हम इसमे Averaging तब करते है जब Share की Price Up जा रही होती है । 


( तो ये था हमारा Blog Averaging के उपर इसमे हमने जाना की Averaging क्या होती है ? ये कैसे काम करती है ?ओर हमे कब Averaging करनी चाहिए ? )


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