:- Stock Market मे कंपनीयाँ कइ तरह के Corporate Action ले सकती है । हम आज उनमे से एक Corporate Action Share Buyback की बात करेगे । हम जानेगे की Share Buyback क्या होता है ? ये किस तरह काम करता है ? कंपनियाँ Share Buyback क्यो करती है ? ओर हमे इससे क्या फाइदे है ? 


What is Share Buyback ? 

:- Share Buyback एक Corporate Action है । जिससे कंपनियाँ अपने Shares खुद अपने Share Holders से Buy करती है ओर कंपनियाँ Share Buyback आम तोर पर तभी करती है । जब उन्हे लगता है की उनके Share की Price Undervalued है । 

:- कंपनीयाँ Share Buyback 2 तरह से करती है । 


2 Methods of Share Buyback 


1 . Tender Offer Buyback 

2 . Open Market Buyback 


1 . Tender Offer Buyback :- 
                                                    Tender Offer Buyback मे कंपनि एक Record Date Announce करती है ओर जिन Investors के पास उस Record Date पर कंपनी के Shares Demat Account मे होते है । वही Investors Tender Offer Buyback मे हिस्सा ले सकते है । इसलिए अगर हमे किसी कंपनी के Tender Offer Buyback मे हिस्सा लेना है तो हमे उसके Shares को Record Date से तिन दिन पहले तक Buy करना होगा । कंपनिया Generally Shares का Buyback Current Market Price से ज्यादा के Price पर करती है । क्योकी अगर कंपनिया ऐसा नही करेगी तो कोइ क्यु अपने Shares उन्हे Sell करेगा । कंपनीया Tender Offer से Buyback के लिए 10 Market Days का Time देती है ओर इस 10 दिन के Time मे Share Holders को अपने Shares कंपनी को Offer करना होता है । Tender Offer Buyback के Process के लिए हर Broker के पास अलग से एक Platform होता है ओर हम उसी Platform से ही अपने Shares कंपनी को Offer कर सकते है । 10 दिन के Buyback Wait खतम होने के कुछ दिन बाद हमे Email से ये Confirmation आता है की हमारे Total Offer किए Shares मे से कितने Shares कंपनी ने Accept किए है । जिहाँ ये जरुरी नही है की कंपनी हमारे पुरे Shares Accept कर लेगी । इसकी बजह ये है की कंपनी पहले से Fix कर देती है वो कितने Shares Buy करेगी । 

:- लेकिन हमेशा कंपनी जितने Shares Buy करना चाहती है । उससे ज्यादा Shares कंपनी को Offer हो जाते है ओर इस लिए कंपनी सबको एक ही Ratio मे Shares Accept करती है ओर Total उतने ही Shares Buy करती है । जितना कंपनी ने Announce किया था । 

EXAMPLE :-   
                       मानलेते है की कंपनी ने अपने 5 Lac Shares Buy करने का Tender Offer Buyback लाइ पर उसे Total 10 Lac Shares के Offer मिल गए । तो ऐसे मे कंपनीपन उन सारे Investors जिन्होने Shares Offer किए है । उनके 50% Shares ही Accept करेगी ओर इस तरह वो Total 5Lac Shares का ही Buyback करेगी । कंपनी हमारे जितने Shares Accept करेगी वो हमारे Demat Account से Debt हो जाएगे ओर 10दिनो के अन्दर उन Shares के पैसे Buyback Price के Rate से हमारे Demat Account से लिंक Bank Account मे आ जाएगे । 


2 . Open Market Buyback :- 
                                                     Open Market Buyback मे कंपनी अपने Shares Normal Market Hours मे एक आम Investor की तरह Exchange से Buy करती है । कंपनी Buyback Announce मे Number of Shares or Buyback की Limit Decide करती है ओर कंपनी को 6 महिने के Time के अन्दर अपने Decide किए हुए Number of Shares को Buy करना होता है । 

EXAMPLE :- 
                         मानलेते है की DC LTD एक कंपनी है जिसका Share Price अभी 50Rs है । कंपनी Open Market Buyback लाती है ओर Announce करती है की वो अपने 1 Lac Shares को Mix 70Rs तक Buyback करेगे । इसका मतलब है की DC LTD खुद अगले 6 महिने मे Stock Market से अपने 1 Lac Shares को एक Investor की तरह Buy करेगी पर वो इसके लिए Max Price 70Rs तक ही Buy करेगी । यानी अगर Share Buyback करने के बिच मे कंपनी की Share Price 70Rs से ज्यादा हो गइ । तो कंपनी अपना Buyback रोक देगी । कंपनीया Open Market Buyback से अपना Buyback 6 Months मे हर दिन थोडे - थोडे Shares Buy करके करती है ओर क्योकी इसमे कंपनीयाँ अपने Shares को एक आम Investor की तरह Normal Market से Buyback करती है । इस लिए हमारे लिए इस Buyback मे अलग से भाग लेने जैसा कुछ नही होता ओर कंपनी धीरे - धीरे करके 6 Months मे अपने Fix किए हुए Shares को Buy कर लेती है । 



Why Companies do Share Buyback ? 


:- कंपनीयो के Share Buyback करने की पहली बजह है उनके Shares का बहोत Undervalued हो जाना । जब कंपनीयो को लगता है की किसी बजह से उनके Shares की Market Price अपने Real Value से बहोत कम हो गइ है । तो ऐसे मे कंपनी अपने Shares को कम हुए Price पर Buyback करके अपने Cash का सही इस्तेमाल करती है । इससे कंपनी की Share Holders की Ownership Value बड जाती है । 

EXAMPLE 1 :- 
                           अगर AB LTD कंपनी 100cr Rs की है ओर उसके Total 100 Shares है तो इसका मतलब है की हर Share की Value 1cr Rs के बराबर है पर अगर कंपनी 100 Shares मे से 10 Shares buy कर लेती है तो आब कंपनी की 100cr Rs की Value बचे हुए 90Shares मे ही Divide होगी ओर 1 Share की Value अब 1cr Rs से बड कर 100/90 यानी लगभग 1cr 11Lac Rs हो जाएगी । 

:- कंपनी के Buyback करने की दुसरी बजह है Financial Ratio को अच्छा करना । 

EXAMPLE 2 :- 
                          मानलेते है AB LTD के Total 20Lac Shares है ओर कंपनी ने साल मे 1cr Rs का Net Profit बनाया इस तरह कंपनी का Earning Per Share यानी EPS हो जाएगा 5Rs पर अगर AB LTD ने Buyback से अपने 2Lac Shares Buy कर लिए तो फिर Market मे कंपनी के Total 18 Lac Shares बचेगे ओर कंपनी का Earning Per Share हो जाएगा 5.56Rs साथ ही जब कंपनी की Earning Per Share Price बडती है तो कंपनी का PE Ratio भी कम हो जाता है । जिससे कंपनी पहले से थोडी सस्ती लगने लगती है । 

EXAMPLE 3 :- 
                         मानलेते है की AB LTD का Share Price Buyback से पहले ओर बादमे 200Rs ही है । AB LTD का PE Ratio Buyback से पहले 40 था ओर Buyback के बाद AB LTD का PE Ratio 35.97 है । इस तरह AB LTD ने बिना अपना Net Profit बडाए सिर्फ Shares Buyback करके अपने Earning Per Share को 5Rs से 5.56Rs ओर PE Ratio को 40 से 35.97 कर दिया । 



How Can We Benefit From Buyback ? 



:- पहला फाइदा ये है की अगर Tender Offer Buyback मे कंपनी का Buyback Price हमारे Buy Price से ज्यादा है तो हम अपने Shares को कंपनी को Sell करके Profit बना सकते है । 

:- दुसरा फाइदा ये है की अगर हम Buyback मे भाग नही लेते है तो Buyback के बाद हमारे Shares की Value बड जाती है ओर साथ मे Dividend भी बड जाता है । 

EXAMPLE :- 
                      मानलिजिए कि एक कंपनी के 20 Lac Shares है ओर वो Total 20 Lac Rs Dividend से Distribute करती है । यानी की हर Share को 1 Rs का Dividend मिलता है पर अगर कंपनी ने Buyback से 2 Lac Shares Buy कर लिए तो फिर कंपनी के Total Shares 18 Lac ही रहेगे ओर फिर जब कंपनी 20 Lac Rs का Dividend Distribute करेगी तो हर Share पर अब 20 Lac Dividend / 18 Lac यानी 1.11 Rs का Dividend मिलेगा । 

:- तिसरा फाइदा ये हो सकता है की कंपनीया Generally Shares Buyback तभी करती है । जब उनके Share की Price काफी कम हो जाती है । इस तरह Buyback के कुछ समय के बाद ज्यादा तर कंपनीयो के Share Price बडने लगते है । ऐसे मे अगर हम Buyback मे भाग नही लेते है तो Future मे हमे अपने Shares पर कइ ज्यादा Profit हो सकता है ओर इस तरह Share Buyback एक कंपनी के साथ - साथ उसके Investors के लिए भी फाइदे मन्द हो सकता है । 


( तो ये था हमारा Blog Share Buyback के उपर इसमे हमने जाना की Share Buyback क्या होता है ? ये किस तरह काम करता है ? कंपनिया Share Buyback क्यो करती है ? ओर हमे इससे क्या फाइदे है ? ) 


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